शिलाजीत शरीर की मांसपेशियों को ताकत देने वाला एक उत्तम टॉनिक माना जाता हैं।
शिलाजीत एक प्राकृतिक औषधि हैं, जिसे आयुर्वेद में वर्षों से उपयोग किया जा रहा हैं। यह हिमालय की चट्टानों से निकलने वाला एक काला या भूरे रंग का चिपचिपा पदार्थ होता हैं, जो गर्मी के मौसम में बहकर बाहर आता हैं।
इसमें कई प्रकार के खनिज, फुलविक एसिड (Fulvic Acid), ह्यूमिक एसिड और अन्य जैविक यौगिक पाए जाते हैं, जो इसे बेहद शक्तिशाली बनाते हैं। शिलाजीत का उपयोग मुख्य रूप से पुरुषों की कमजोरी, थकान, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और मानसिक शक्ति को सुधारने में किया जाता हैं।
शिलाजीत के प्रमुख लाभ (फायदे)
1. शारीरिक शक्ति बढ़ाता हैं।
शिलाजीत शरीर की मांसपेशियों को ताकत देने वाला एक उत्तम टॉनिक माना जाता हैं। यह शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ाता हैं और थकावट को दूर करता हैं। जो लोग शारीरिक रूप से अधिक काम करते हैं या जिम जाते हैं, उनके लिए शिलाजीत बहुत लाभकारी होता हैं।
2. यौन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
यह विशेष रूप से पुरुषों के यौन स्वास्थ्य के लिए उपयोगी माना जाता हैं। यह टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को संतुलित करता हैं, जिससे यौन इच्छा और क्षमता में वृद्धि होती हैं। इससे शीघ्रपतन, कमजोरी और नपुंसकता जैसी समस्याओं में राहत मिलती हैं।
3. मानसिक शक्ति को बढ़ाता हैं।
शिलाजीत मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद करता हैं। यह एक प्राकृतिक एनर्जी बूस्टर हैं, जो मानसिक थकान, तनाव और चिंता को दूर करने में सहायक होता हैं। विद्यार्थी या मानसिक काम करने वाले लोगों को यह फोकस और एकाग्रता में सुधार करने में मदद करता हैं।
4. रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करता हैं।
शिलाजीत के अंदर पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर को बीमारियों से लड़ने की क्षमता प्रदान करते हैं। यह प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) को मजबूत बनाता हैं, जिससे सर्दी-खांसी, संक्रमण और अन्य सामान्य रोगों से शरीर की रक्षा होती हैं।
5. आयु बढ़ाता है और झुर्रियों को रोकता हैं।
शिलाजीत को “जीवनीय शक्ति” बढ़ाने वाला औषधि कहा गया हैं। यह उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता हैं और शरीर को लंबे समय तक युवा बनाए रखने में सहायक होता हैं। इसके एंटी-एजिंग गुण त्वचा पर झुर्रियों और ढीलापन नहीं आने देते।
6. डायबिटीज को नियंत्रित करता हैं।
शिलाजीत ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता हैं। यह अग्न्याशय की क्रिया को सुधारता हैं जिससे इंसुलिन का स्राव सामान्य रूप से होता है और मधुमेह रोगियों को लाभ मिलता हैं।
7. पाचन शक्ति को बढ़ाता हैं।
शिलाजीत का नियमित सेवन पाचन तंत्र को मजबूत बनाता हैं। यह अपच, गैस, कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करता है और भूख को बढ़ाता हैं। इससे शरीर में पोषक तत्वों का समुचित अवशोषण भी होता हैं।
8. हड्डियों और जोड़ों को मजबूत बनाता हैं।
शिलाजीत कैल्शियम और अन्य खनिजों से भरपूर होता हैं, जिससे हड्डियों को मजबूती मिलती हैं। यह जोड़ों के दर्द, गठिया और अन्य ऑर्थोपेडिक समस्याओं में राहत देता हैं।
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शिलाजीत किसे लेना चाहिए?
1. थकान महसूस करने वाले लोग
जो लोग दिनभर थके-थके रहते हैं या जिनमें हमेशा कमजोरी बनी रहती हैं, उन्हें शिलाजित का सेवन अवश्य करना चाहिए। यह शारीरिक और मानसिक ऊर्जा को बढ़ाता हैं।
2. उम्रदराज व्यक्ति
उम्र बढ़ने के साथ शरीर में कमजोरी, स्मरण शक्ति की कमी, जोड़ों में दर्द आदि समस्याएं बढ़ने लगती हैं। शिलाजित इन सभी लक्षणों में राहत देता हैं और शरीर को अंदर से मजबूत करता हैं।
3. पुरुषों में यौन समस्याओं से पीड़ित लोग
अगर किसी पुरुष को शीघ्रपतन, स्तंभन दोष या यौन इच्छा की कमी जैसी समस्याएं हैं, तो शिलाजीत एक असरदार उपाय हो सकता हैं। यह टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाकर यौन जीवन को बेहतर बनाता हैं।
4. खिलाड़ी और जिम जाने वाले युवा
जिन लोगों को फिजिकल फिटनेस चाहिए, या जो वर्कआउट करते हैं, उनके लिए शिलाजित एक नैचुरल एनर्जी बूस्टर का काम करता हैं। यह मसल्स रिकवरी और स्टैमिना में वृद्धि करता हैं।
5. मानसिक कार्य करने वाले लोग
विद्यार्थी, आईटी कर्मचारी या अन्य मानसिक श्रम करने वाले व्यक्ति भी शिलाजित से लाभ पा सकते हैं। यह तनाव को कम करता हैं, मस्तिष्क की एकाग्रता बढ़ाता है और नींद को बेहतर बनाता हैं।
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कैसे करें शिलाजीत का सेवन?
शिलाजीत का सेवन करने के कई तरीके होते हैं। सबसे आम तरीका है इसे गुनगुने दूध या पानी के साथ लेना। बाजार में शिलाजीत कई रूपों में मिलता हैं – जैसे कि रेजिन (कच्चा रूप), कैप्सूल, टैबलेट, पाउडर या सिरप।
सामान्य सेवन विधि:
मात्रा: प्रतिदिन 300 से 500 मिलीग्राम (कैप्सूल या रेजिन रूप में)
समय: सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले
विधि: गुनगुने दूध, पानी या शहद के साथ
नोट: हमेशा प्रमाणित कंपनी से शिलाजीत खरीदें और उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें, खासकर यदि आप कोई दवाई पहले से ले रहे हैं।
शिलाजीत के सेवन में सावधानियां
- गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को शिलाजित से बचना चाहिए।
- उच्च रक्तचाप या हृदय रोग के रोगियों को डॉक्टर की सलाह से ही इसका सेवन करना चाहिए।
- नकली या मिलावटी शिलाजीत नुकसानदायक हो सकता हैं, इसलिए इसे प्रमाणित स्रोत से ही खरीदें।
- किसी भी प्रकार की एलर्जी की स्थिति में तुरंत सेवन बंद करें।
शिलाजीत को लेकर आम मिथक (गलतफहमियां)
1. केवल पुरुषों के लिए होता हैं।
सच यह है कि शिलाजीत का उपयोग महिलाएं भी कर सकती हैं, लेकिन उनकी आवश्यकतानुसार मात्रा और उपयोग का तरीका अलग होता है। यह थकान, हड्डियों की कमजोरी, और मानसिक स्वास्थ्य में महिलाओं के लिए भी फायदेमंद होता हैं।
2. इसका तुरंत असर होता हैं।
शिलाजीत कोई जादू की दवा नहीं है। इसका असर धीरे-धीरे, निरंतर सेवन से दिखाई देता है। आमतौर पर 2–4 हफ्तों में इसके लाभ दिखने लगते हैं।
3. शिलाजीत से साइड इफेक्ट नहीं होता
अगर इसे अधिक मात्रा में लिया जाए या बिना शुद्धिकरण के इस्तेमाल किया जाए, तो यह पेट दर्द, एलर्जी, या उच्च रक्तचाप जैसी समस्याएं दे सकता हैं।
शिलाजीत प्रकृति का अनमोल उपहार हैं, जो शरीर, मन और आत्मा – तीनों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं। यह सिर्फ एक ताकत बढ़ाने वाला पदार्थ नहीं, बल्कि सम्पूर्ण स्वास्थ्य सुधारक हैं। आधुनिक जीवनशैली में जहां थकान, तनाव, यौन समस्याएं और शारीरिक दुर्बलता आम हो गई हैं, वहां शिलाजीत एक प्रभावशाली उपाय बन सकता हैं।
लेकिन ध्यान रखें, शिलाजीत का उपयोग हमेशा सही मात्रा और विधि से करें। इसे एक पूरक (supplement) की तरह समझें, न कि किसी बीमारी का इलाज। यदि किसी को कोई विशेष स्वास्थ्य समस्या हो, तो डॉक्टर की सलाह के बिना इसका सेवन न करें।